भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक विजय दशमी पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ला ने अधिकारियों के साथ बैठक कर त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराने की रणनीति तय की.आपको बता दे कि विश्व प्रसिद्ध पौराणिक तीर्थ चित्रकूट में प्रभु श्री राम ने वनवास काल का सर्वाधिक साढ़े 11 वर्षो का समय व्यतीत किया था। इसलिए चित्रकूट मे इस पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है.चित्रकूट जिले के पुरानी बाजार में लगातार 160 वर्षो से रामलीला आयोजित हो रही है.कमेटी के प्रबंधक श्याम गुप्ता ने बताया कि चित्रकूट की रामलीला देश की सबसे पुरानी रामलीलाओं में से एक है। कोरोना का प्रकोप खत्म होने के बाद इस वर्ष बड़े ही धूमधाम से विजय दशमी का पर्व मनाया जाएगा।