इंदौर अग्निकांड का आरोपी हुआ गिरफ्तार, कबूल किया गुनाह
प्रेमिका की स्कूटर जलाने गया था, पूरे मकान में लग गई आग
अग्निकांड में सात लोगों की हो गई थी मौत
इंदौर के एक मकान में आग लगने से 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस कांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। दरअसल ये आग एक युवक ने अपनी प्रेमिका को सबक सिखाने के लिए लगाई थी जो उसी मकान में रहती थी। लेकिन इस आग के चलते सात लोग मौत की नींद में सो गए। आग लगाने वाले युवक को पुलिस ने पकड़ लिया है और उसने अपने गुनाह भी कबूल कर लिया है। पुलिस की पकड़ से भागने के दौरान इस आरोपी के हाथ पांव भी टूट गए।
निरंजनपुर में रहने वाले संजय ने शनिवार तड़के स्वर्णबाग कालोनी में इंसाफ पटेल के उस मकान में आग लगा दी थी जिसमें 7 परिवार के 16 सदस्य किराये पर रहते थे। संजय का उस मकान में रहने वाली एक युवती से प्रेम प्रसंग था। लेकिन युवती का चंदननगर में रहने वाले युवक से रिश्ता तय हो गया। इस बात पर दोनों में विवाद शुरू हो गया और संजय स्वर्णबाग कालोनी से मकान खाली कर निरंजनपुर रहने चला गया। शनिवार को उसने युवती से बदला लेने की नियत से उसके स्कूटर को आग लगाई और वहां खड़े दो व चार पहिया वाहन भी साथ में जलने लगे। आग और धुएं के कारण इश्वर सिसोदिया, नीतू सिसोदिया, आकांक्षा, समीर सिंह सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी।
आरोपी संजय का कहना है कि वो केवल उस लड़की की स्कूटर की सीट जलाने गया था, दिन में टीवी पर न्यूज देखी तो महसूस हुआ कि बहुत बड़ा कांड कर दिया। सात बेगुनाहों को हमेशा के लिए नींद में सुलाने वाले संजय को अपने हाथ पैर में लगी चोंट का एहसास तो हो रहा था लेकिन उन लोगों की जरा भी चिंता नहीं थी जो उसके कारण मौत की गोद में सो गए हैं।